तीरंदाज़ दीपिका कुमारी का जीवन | Deepika Kumari kaun hai

दीपिका कुमारी अपनी जीवन की निचले पायदान से चलकर निशानेबाजी के खेल मे शुरुआत करने वाली आज देश ही नहीं बल्कि विदेशों मे भी भारत का मान और सम्मान को बढाने मे जो योगदान दिया है, उससे हर भारतवासी का सिना गर्व से चौरा हो जाता है। यही कारण है कि दीपिका कुमारी आज राष्ट्रीय ही नही बल्कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर कि शीर्ष खिलाडियों मे से एक है।

तीरंदाज़ दीपिका कुमारी का जीवन | Deepika Kumari kaun hai
दीपिका कुमारी तीरंदाज़ी करते हुए।

दीपिका कुमारी का व्यक्तिगत जीवन

दीपिका कुमारी का जन्म 13 जून 1994 को झारखंड राज्य की राजधानी रांची से 5 किलोमीटर दूर स्तिथ रातू चट्टी गाँव मे हुआ था। दीपिका के पिता शिवनारायण महतो पेशे से एक औटो चालक हुआ करते थे, और इनकी माता गीता महतो रांची मैडिकल कॉलेज मे एक नर्स का काम
करती थीं।

बचपन से ही दीपिका अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करती रही। दीपिका ने तीरंदाजी के क्षेत्र मे जाने का फैसला उसी वक़्त ले लिया था जब
वह महज 10 वर्ष की थी। दीपिका की बचपन की एक घटना आपको बताना चाहता हूं। एक दिन दीपिका अपने मां के साथ बाहर जा रही थी तभी रास्ते मे उन्होने एक आम का पेड़ दिखा और दीपिका ने कहा कि वो आम तोड़ेगी। दीपिका की मां ने दीपिका से कहा कि आम बहुत ऊंची डाल पर लगा है, तुम तोड़ नहीं पाओगी।

दीपिका ने कहा कि वो इस आम को तोड़ कर रहेगी और दीपिका ने वही जमीन पर पड़ा पत्थर का एक टुकड़ा उठा कर निशाना साध कर पत्थर सीधे जाकर टहनी से टकराता है और आम निचे गिर जाता है।

दीपिका का ये निशाना उसमे इतनी आत्म्विशवास भर देता है जिसके बाद दीपिका अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करती है और उसे पूरा करने के लिए जी जान से मेहनत करती है।

दीपिका कुमारी का संक्षिप्त जीवन परिचय

नामदीपिका कुमारी
निक नामदीप
पिता का नामशिवनारायण महतो
माता का नामगीता महतो
पति का नामअनतनु दास
जन्म तिथि13 जून 1994
उम्र26 वर्ष (2021 में)
जन्म स्थानरांची, झारखण्ड, भारत
राष्ट्रीयताभारतीय
धर्महिन्दू
जातीमहतो
राशिमिथुन
लम्बाई5 फ़ीट 5 इंच
वजन56 किलोग्राम
खेलतीरंदाज़ी
पसंदीदा खिलाड़ीसचिन तेंदुलकर
पसंदीदा शोद कपिल शर्मा शो
पसंदीदा रंगनीला
तीरंदाज़ी की शुरुआतवर्ष 2006 में
सोशल मीडिया (Social Media)Instagram, Twitter
दीपिका कुमारी का संक्षिप्त जीवन परिचय

खेल एवं उपलब्धियां

दीपिका को तीरंदाजी मे पहला मौका 2005 मे मिला जब उन्होने पहली बार अर्जुन आर्चरी अकादमी ज्वाईन की, तीरंदाजी मे उनके प्रोफेशनल करियर की शुरुआत 2006 मे हुई जब उन्होनें टाटा तीरंदाजी अकादमी ज्वाईन किया।

इस युवा तीरंदाज ने 2006 मे मेरिडा मैक्सिको मेआयोजित वर्ल्ड चैम्पियनशिप मे कंपाउंट एकल प्रतियोगिता मे स्वर्ण पदक हासिल कि, ऐसा करने वाली वो दुसरी भारतीय महिला थी। यहां से शुरू हुए सफर मे उन्हें विश्व कि नम्बर 1 तीरंदाज का तमगा हासिल कराया।महज 15 वर्ष की उम्र में दीपिका ने अमेरिका मे आयोजित हुई 44 वीं यूथ आर्चरी चैम्पियनशिप जीत कर अपनी उपस्तिथि दर्ज की थी। इसके बाद 2010 कॉमनवेल्थ खेलों मे महिला एकल और टीम के साथ दो स्वर्ण पदक हांसिल की। 2015 के एशियन गेम्स मे कांस्य पदक हासिल कि।

रास्ट्रमंडल खेल 2010 मे दीपिका ने न सिर्फ स्वर्ण जीती बल्कि महिला रिकर्व टीम को भी सवर्ण दिलाया। इसके बाद दीपिका ने इस्तांबुल मे
2011 और टोक्‍क्यो 2012 मे एकल खेलों में रजत पदक जीता। इस तरह से दीपिका ने एक एक करके जीत हासिल करती गयी और इसके लिए उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

2016 मे रास्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने दीपिका को पदम्‌ श्री से सम्मानित किया गया। दीपिका कुमारी पहली बार 2010 मे नम्बर 1 रैंक पर पहुँची थी। पेरिस मे आयोजित हुए तीरंदाजी विश्वकप स्टेज 3 मे भारत की दीपिका कुमारी गोल्ड गर्ल बनकर सामने आई। दीपिका 3 गोल्ड जीतकर महिला रिकर्व तीरंदाजी विश्व रैकिंग मे शिर्ष स्थान पर पहुँच गयी थी।

टोक्यो ओलंपिक 2020 मे दीपिका कुमारी से भारत की उम्मीदें

इससे पहले 2 बार भारत की तरफ से ओलंपिक खेलों में तीरंदाजी प्रतियोगिता मे भारत का प्रतिनिधित्व किया पर उन्हें निराशा
हाथ लगा। लंदन ओलंपिक 2012 और रियो ओलंपिक 2016 मे वो खाली हाथ वापस लौटी थी, लेकिन उनका लक्ष्य टोक्यो 2020 मे अपना ओलंपिक पदक जितना है और भारत और हर भारतीय का मान बढ़ाना है।

टोक्यो ओलिंपिक 2020 से दीपिका कुमारी से जुड़े ताज़ा खबर की अगर बात करें तब तीरंदाज़ी के मिक्स्ड इवेंट में दीपिका कुमारी और प्रवीण यादव की जोरी पारी को क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है।

टोक्यो ओलिंपिक 2020 के महिल एकल तीरंदाज़ी प्रतियोगिता में दीपिका द्वारा एक और पदक देश के नाम करने की उम्मीद जताई जा रही है क्यूंकि इन्होने हाल ही में अपने एकल प्रत्योगिता में भूटान की खिलाड़ी को हराकर अंडर-16 में अपनी जगह पक्की कर ली है।

दीपिका कुमारी की शादी और इनका परिवार

दीपिका कुमारी की शादी 30 जून 2020 को रांची के मोहराबादी मैदान मे सम्पन्न हुआ। उन्होंने भारतीय तीरंदाज आन्तनु दास के साथ शादी के
बँधन मे बंध गयी। आन्तनु दास मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं।

दीपिका की शादी मे झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी उन्हे आशिर्वाद देने पहुचे थे। दीपिका के परिवार मे उनके माता पिता के अलावे एक भाई भी है। परिवार के सभी लोग रांची से 45 किलोमीटर दूर रातू चट्टी गाँव मे अपने निवास स्थान पर रहते हैं। उनके परिवार में उनके चाचा, मामा, ताऊ समेत उनका एक भरा पूरा परिवार है।

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दीपिका कुमारी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

दीपिका कुमारी तीरंदाजी के क्षेत्र में जाने का फैसला महज 10 वर्ष की उम्र में ही कर ली थी। दीपिका कुमारी शुरुआत के दिनो में बहुत कठिनाईयो का सामना करना पड़ा था। घर की आर्थिक स्थिति बिलकुल भी ठीक नहीं होने के कारण वे तीरंदाजी मे उपयोग होने वाले महँगे सामान खरीदने में सक्षम नहीं थी। लेकिन फिर भी इनहोने कभी भी हिम्मत नहीं हारी। दीपिका कुमारी शुरुआत के दिनो मे बाँस से बने धनुष और तीर से अभ्यास किया करती थीं और अपने लक्ष्य के प्रति हमेशा एकाग्र रहती है|

अंतिम शब्द

इस लेख के माध्यम आपने हमारे देश की सबसे चहेती तीरंदाज़ी दीपिका कुमारी जी के व्यक्तिगत जीवन से लेकर उनके खेल जीवन के बारे में जाना और पढ़ा। आपके मन में किसी प्रकार की कोई सवाल या व्यथा हो तो आप निचे कमेंट क्र हमसे पूछ सकते हैं, धन्यवाद।

FAQ’s

Q: दीपिका कुमारी कौन है?

Ans: दीपिका कुमारी भारत की महिला तीरंदाज़ खिलाडी है। दीपिका कुमारी का जन्म 13 जून 1994 को झारखंड राज्य की राजधानी रांची से 5 किलोमीटर दूर स्तिथ रातू चट्टी गाँव मे हुआ था। दीपिका के पिता शिवनारायण महतो पेशे से एक औटो चालक हुआ करते थे, और इनकी माता गीता महतो रांची मैडिकल कॉलेज मे एक नर्स का काम
करती थीं।

Q: दीपिका कुमारी की उम्र कितनी है?

Ans: दीपिका कुमारी की उम्र 26 वर्ष है।

Q: दीपिका कुमारी किस खेल से सम्बंधित है?

Ans: दीपिका कुमारी तीरंदाज़ी से सम्बंधित है।

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