ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार का जीवन परिचय

मुहम्मद युसूफ खान अर्थात दिलीप कुमार बॉलीवुड फिल्म जगत के एक ऐसे सुपर स्टार जिनकी एक्टिंग कभी एक्टिंग के भांति लगी ही नहीं ऐसा लगता हो जैसे सच्चाई में कोई घंटना होती प्रतीत हो रही हो, वो फिल्मो में अपने किसी भी रोल को करने के दौरान इतनी जबरदस्त मेहनत किया करते थे की फिल्मो में जान डाल देते थे। आप इस बात का अंदाजा इस तरह से भी लगा सकते हैं की इनकी दो फ़िल्में नया दौर और मुग़ल-ऐ-आज़म 2008 और 2004 में दुबारा रंगीन पर्दों पर रिलीज़ की गयी थी। दिलीप कुमार जी को बॉलीवुड के ट्रेजेडी किंग के नाम से भी जाना जाता रहा है।

ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार का जीवन परिचय
दिलीप कुमार अपने जवानी के दिनों में

दिलीप कुमार जन्म, जाती धर्म और उम्र

पूर्व नाम (असली नाम)मुहम्मद युसूफ खान
बॉलीवुड में नामदिलीप कुमार
निक-नामट्रेजेडी किंग
जन्म तिथि11 दिसंबर 1922 – 7 जून 2021(पंचतत्व में विलीन)
धर्मइस्लाम
उम्र98 वर्ष
जन्म स्थानपेशावर (अब पाकिस्तान)
नागरिकताभारतीय
गृह नगरीबॉम्बे (मुंबई)
भाषाहिंदी, उर्दू, हिंदको, पंजाबी, मराठी, बांग्ला,
गुजराती, अवधी, भोजपुरी, फ़ारसी और अंग्रेजी।

दिलीप कुमार का व्यक्तिगत जीवन

दिलीप कुमार का जन्म आयेशा बेगम और लाला गुलाम सर्वर खान के घर वर्ष 1922 में किस्सा कवानी नामक बाजार, पेशावर, पाकिस्तान हुआ था और तब यह भारत का हिस्सा हुआ करता था, ये इनके कुल बारह बच्चों में से एक थे। इनके पिता लाला गुलाम सर्वर पेशावर में फलों का व्यापार किया करते थे। दिलीप कुमार जी अपनी युवास्था में रहते हुए वर्ष 1940 में पुणे आये और यहाँ इन्हे एक कैंटीन में काम पर रख लिया गया, क्युकी इनकी अंग्रेजी अच्छी हुआ करती थी और इस कैंटीन में यह सैंडविच के स्टाल लगाया करते और कुछ समय पश्चात जब यह कैंटीन किसी कारण वाश बंद हुआ तब यह अपनी कमाई के 5000 रुपये लेकर बॉम्बे अपने घर लौट गए।

फिर एक दौर आया वर्ष 1943 में जब इनकी मुलाक़ात डॉक्टर मसानी और बॉम्बे टाल्कीस की हीरोइन देविका रानी और इन्हे 1250 रुपये प्रति महीने की दर से बॉम्बे टॉकीज में काम पर रख लिया गया। बॉम्बे टाल्कीस में काम करने के दौरान इनकी मुलाकात अन्य दूसरे फ़िल्मी हीरो अशोक कुमार से हुई। ऐसा कहा जाता है की दिलीप कुमार की उर्दू में पकड़ मजबूत थी इसलिए ये शुरूआती दिनों में Script Writing के काम को किया करते थे। देविका रानी के कहने पर ही मुहम्मद युसूफ खान ने अपना नाम दिलीप कुमार रखा और 1944 में आयी फिल्म ज्वार भाटा में मुख्य कलाकार के रूप में काम किया।

दिलीप कुमार जी की शिक्षा

दिलीप जी की शिक्षा से जुडी ज़्यादा जानकारी किसी के पास मौजूद नहीं है, पर इतना सभी जानते हैं की इन्होने अपनी स्कूली शिक्षा Barnes School, Nashik से ग्रहण की थी, और नाशिक में रहते हुए इनकी दोस्ती इनके पड़ोस में रह रहे राज कपूर से भी हुई और आगे चल कर ये बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपने-अपने कामों के दौरान भी दोस्ती बने रहे।

दिलीप कुमार का वैवाहिक जीवन

ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार का जीवन परिचय
दिलीप कुमार सायरा बानो के साथ

अपने ज़माने में दिलीप जी ने अपनी पहली विवाह उस समय की सबसे मशहूर अदाकारा और फिल्म एक्ट्रेस सायरा बानो से वर्ष 1966 में की थी, दिलीप जी का सायरा बानो के लिए प्यार ही एकमात्र कारण था की इनके बिच की 22 वर्ष की उम्र में अंतर ज़्यादा मायने नहीं रखे।

दिलीप जी ने अपने जीवनी ‘दिलीप कुमार’ में ऐसा बताया है की सायरा बानो वर्ष 1973 में pregnant हुई थी पर उच्च-रक्त-चाप की वजह से ये बच्चे को जन्म न दे सकी। दिलीप जी बच्चे की चाहत में दूसरी विवाह हैदरबाद की रहने वाली आसमा साहिबा जी से वर्ष 1981 में की थी पर यह विवाह सफल न हो सका और दोनों ही वर्ष 1983 में तलाक लेकर अलग हो गए।

दिलीप कुमार का राजनैतिक करीयर

दिलीप जी को वर्ष 2000 में तब के कांग्रेस की सरकार के द्वारा राज्य-सभा के सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया था, और ये अपने 6 वर्षों के कार्यकाल में रहते हुए कई सारे सामाजिक कार्य किये:

दिलीप कुमार द्वारा किये गए मानवीय कार्य

ट्रेजेडी किंग दिलीप जी हमेशा से ही अपने समाज और सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे है, और लोगो की मदद करने में कभी भी पीछे नहीं हटे। दिलीप कुमार ऐसे कई सारे चैरिटी और सामाजिक संस्था से भी जुड़े रहे जो आम जनता के लिए काम किया करती थी। इन्होने अपने दिनों में राज कपूर और Oliver Andrade की मदद से बॉम्बे के बांद्रा इलाके में Jogger’s Park की स्थापना भी करवाई।

दिलीप कुमार ने अपने MPLADS फण्ड का पूर्ण इस्तेमाल कर बॉम्बे के बैंडस्टैंड वाले क्षेत्र में पार्क बनवाया और उस क्षेत्र को और विकसित कराया।

दिलीप कुमार के अवार्ड्स और अचीवमेंट

  1. दिलीप जी को कुल 8 बार फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर के अवार्ड से नवाज़ा जा चूका है।
  2. वर्ष 1994 में इन्हे दादा-साहेब फाल्के पुरुष्कार से भी नवाज़ा जा चूका है।
  3. दिलीप कुमार जी को वर्ष 1991 में पद्म-भूषण और वर्ष 2015 से पद्म-विभूषण से नवाज़ा जा चूका है।
  4. केवल भारत ही नहीं वर्ष 1998 में पाकिस्तान ने इन्हे निसान-ए-इम्तियाज़ से नवाज़ा है।

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दिलीप कुमार से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Facts)

  • दिलीप जी का नाम इन्हे हिंदी जगत की प्रशिद्ध लेखिका भगवती चरण वर्मा ने दिया है।
  • दिलीप कुमार 7 से ज्यादा भाषा बोलने का ज्ञान था।
  • इनके दो पुरानी फ़िल्में मुग़ल-ए-आज़म और नया दौर को रंगीन कहलचित्र में बदला गया था और दुबारा पर्दों पर लाया गया था।
  • दिलीपजी के नाम लगातार 3 वर्षो तक फिल्मफेयर अपने नाम करने का रिकॉर्ड दर्ज कर रखा है।
  • अपने दौर के एकमात्र ऐसे कलाकार जिन्होंने 3 किरदार एक साथ निभाए।
  • इनका अपना कोई संतान नहीं था, इनकी पूरी तरह से देखभाल इनकी सायरा बानो ही करती थी।

आपने क्या जाना

इस लेख में आपने दिलीप कुमार से जुड़ी सारी जानकारी आपको प्रस्तुत की गयी और यह कहते हुए हमें भी खेद है की ये सुपर स्टार आज दिनांक 7-June-2021 को हॉस्पिटल में सांसो से जुडी शिकायत होने की वजह से आखिरी साँसे ली और इसी के साथ बॉलीवुड के दौर का अंत हुआ। कमेंट में आप अपनी राय लिखे की आपको इनकी कौन सी फिल्म पसंद थी और क्यों? हमारा द्वारा प्रस्तुत यह लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद।

FAQ’s

Q: दिलीप कुमार का असली नाम क्या था?

Ans: दिलीप कुमार का असली नाम मुहम्मद युसूफ खान था।

Q: दिलीप कुमार का किस वजह से देहांत हुआ?

Ans: सांस लेने की समस्या से दिलीप कुमार जी ग्रषित थे और इसी वजह से 98 वर्ष की उम्र में इन्होने 7-जून-2021 हॉस्पिटल में आखिरी साँसे ली।

Q: दिलीप कुमार जी का धर्म क्या था?

Ans: दिलीप कुमार जी का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था, और यह इस्लाम धर्म को मानते थे।

Q: दिलीप कुमार जी की पहली फिल्म कौन सी थी?

Ans: दिलीप कुमार जी की पहली फिल्म ज्वार भाटा थी, जो जयदा दिनों तक सिनेमा में नहीं चली।

Q: दिलीप कुमार की उम्र देहांत के समय कितनी थी?

Ans: दिलीप कुमार जी 98 वर्ष की उम्र में पंचतत्व में विलीन हुए थे।

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