सर्वनाम: भेद और उदाहरण | Pronoun in Hindi

सर्वनाम अर्थात Pronoun का प्रयोग हिंदी वाक्य में आना काफी मामूली बात है, लेकिन सर्वनाम को पहचान पाने की ज्ञान की कमी होने के कारण हमारे लिए इसे पहचान पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इस लेख में आप सर्वनाम की परिभाषा से लेकर उसकी भेद अर्थात प्रकार के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त होगी।

सर्वनाम अर्थात Pronoun in Hindi

परिभाषा: संज्ञा के बदले जिन शव्दों का प्रयोग होता है उन्हें सर्वनाम कहते हैं। जैसे- वह, उसे, उसने, मैं, मेरा, वे, हम, हमलोग आदि।

उदाहरण:

  • राम एक लङका है।
  • वह पढने में तेज है।
  • उसने कड़ी मेहनत की है।
  • उसे अवश्य सफलता मिलेगी।

मोटे अक्षर वाले शब्द सर्वनाम है, क्यो कि ये राम (संज्ञा) के बदले आए हैं। यदि सर्वनाम का प्रयोग न किया जाए, उपयुक्त वाक्य भद्दे लगेंगे।

जैसे- राम एक लङका है। राम पढने में तेज है। राम ने कङी मेहनत की है। राम को अवश्य सफलता मिलेगी।

यह तो स्पस्ट हो चुका है कि वाक्य की सुन्दरता को बनाए रखने के लिए या संज्ञा की पुनरूकति न हो, इसके लिए सर्वनाम का प्रयोग आवश्यक है।

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हिंदी में सर्वनामों की संख्या

हिंदी में कुल 11 मूल सर्वनाम है- मैं, तू, आप, वह, यह, जो, सो, कोई, क्या, कुछ, और कौन। इन्ही मूल सर्वनामो से विभिन्न प्रकार के सर्वनामो की उत्पत्ति हुई है।

सर्वनाम के भेद

सर्वनाम के छह भेद है-

  • पुरूषवाचक सर्वनाम (personal Pronoun)
  • निश्चयवाचक सर्वनाम (Demonstrative Pronoun)
  • अनिश्चचयवाचक सर्वनाम ( Indefinite Pronoun)
  • संबंधवाचक सर्वनाम (Relative Pronoun)
  • निजवाचक सर्वनाम (Reflexive Pronoun)
  • प्रश्नवाचक सर्वनाम (Interrogative Pronoun)

1. पुरूषवाचक सर्वनाम

परिभाषा: जिस सर्वनाम से बोलने वाले, सुननेवाले या जिसके बारे में कहा जाए उसका बोध हो, उसे पुरूषवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे-

उदाहरण: मैंने कल आपको उसकी घड़ी दी थी। यहाँ, मैंने – बोलने वाले के लिए। और आपको- सुननेवाले के लिए। तथा, उसकी-जिसके बारे में चर्चा हो रही है। के लिए उपयुक्त हुआ है।

इस बात का ख्याल रखे कि पुरूषवाचक सर्वनाम का प्रयोग स्त्री-पुरुष या सजीव-निर्जीव सभी के लिए किया जाता है।
पुरूषवाचक सर्वनाम के तीन भेद हैं-

1. उत्तमपुरुष (First Person)
2. मध्यमपुरुष (Second Person)
3. अन्यपुरुष (Third Person)

2. निश्चयवाचक सर्वनाम

परिभाषा: इनसे सर्वनाम का वह भेद जिससे किसी संज्ञा का निश्चित ज्ञान, दूरी या निकटता का बोध होता हो, वह निश्चय वाचक सर्वनाम कहलाता है। यह, वह, ये और वे निश्चयवाचक सर्वनाम है।

  • जैसे- यह पुस्तक है। ( निश्चित रूप से पुस्तक है, और निकट भी है।)
  • ये लड़के हैं। (निश्चित रूप से लङके है, और निकट भी है।)
  • वह हाथी है।( निश्चित रूप से हाथी है,लेकिन दूरी का बोधक।)
  • वे कलमें हैं।(निश्चित रूप से कलमें है, लेकिन दूरी का बोधक।)

नोट- निश्चयवाचक सर्वनाम और पुरूषवाचक सर्वनाम में अंतर है। इसे समझने की कोशिश करें –

  • राम अच्छा लङका है। वह अभी पढ़ रहा होगा। यहाँ राम अभी उपस्थित नहीं है, सिर्फ उसकी चर्चा हो रही है, इसलिए वह – पुरूषवाचक सर्वनाम।
  • उसका नाम राम है। देखो, वह पढ़ रहा है। राम कुछ दूरी पर है। उसकी ओर इशारा किया जा रहा है, इसलिए
    वह -निश्चयवाचक सर्वनाम।
  • तुम्हे प्रतिदिन दूध पीना चाहिए। यह स्वास्थय के लिए आवश्यक है।
  • यहाँ दूध अभी रखा हुआ नहीं है। सिर्फ चर्चा हो रही है, इसलिए यह- पुरूषवाचक सर्वनाम।
  • इस दूध को क्यों नहीं पी रहे हो? यह बहुत मीठा है। दूध का गिलास निकट है। उसकी ओर इशारा किया जा रहा है, इसलिए यह – निश्चयवाचक सर्वनाम।

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3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम

अनिश्चयवाचक सर्वनाम सिर्फ दो है – ‘कुछ’और ‘कोई’ (किसी), यहां ‘किसी’ , ‘कोई’ का ही रूप है। इससे व्यक्ति, वस्तु या भाव के अनिश्चय का बोध होता है जैसे-

  • नदी में कोई तैर रहा है। ( अनिश्चचित व्यक्ति)
  • नदी में कुछ तैर रहा है। (अनिश्चचित वस्तु या कोई जीव-जंतु)
  • किसी को खिला दो। (अनिश्चचित व्यक्ति)
  • कुछ खिला दो। (अनिश्चचित वस्तु)
  • कुछ बातें हो रही है। (अनिश्चचित भाव)

ध्यान रखने योग्य बाते: ‘कोई’ का प्रयोग प्रायः सजीव के लिए होता है, लेकिन ‘कुछ’ का प्रयोग निर्जीव या छोटे जीव-जंतु के लिए।

4. संबंधवाचक सर्वनाम

परिभाषा: जो सर्वनाम प्रधान वाक्य और आश्रित वाक्यों में प्रयुक्त संज्ञा या सर्वनाम से संबंध जोड़ता है, उसे संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे- जो •• सो, जिसकी•• उसकी, जहाँ •• वहां, जैसा•• वैसा,•• वैसी आदि।

जो सोता है, सो खोता है। जहाँ न जाए रवि, वहां जाए कवि। जिसकी लाठी, उसकी भैंस। जैसा करोगे, वैसा पाओगे। ‘जो’ के बाद ‘सो’ का और ‘जिसकी’ के बाद ‘उसकी’ का आना नियत या निश्चित है। इसलिए एसे सर्वनामो को ‘नित्य-संबंधी’ सर्वनाम भी कहते हैं।

5. निजवाचक सर्वनाम

परिभाषा: जिस शब्द से निजता का बोध होता हो, उसे निजवाचक सर्वनाम कहते हैं। ‘आप’ निजवाचक सर्वनाम है। इससे निज या स्वयं का बोध होता है। जैसे-

  • मैं आप ही चला जाऊंगा = मैं स्वयं (खुद) चला जाऊंगा।
  • आप अपना काम आप ही करतें हैं = आप अपना काम स्वयं करते हैं?
  • पुरूषवाचक सर्वनाम ‘आप’ और निजवाचक सर्वनाम ‘आप’ में अंतर है।

इसे समझें-

(1) पुरूषवाचक सर्वनाम (आप) का प्रयोग आदर के लिए होता है। एकवचन में ‘आप’ और बहुवचन में ‘आपलोग’ होता है, जबकि निजवाचक ‘आप’ के साथ एकवचन या बहुवचन की बात नहीं आती। जैसे-

  • आप क्या कर रहें हैं। (आप – पुरूषवाचक, एकवचन)
  • आपलोग क्या कर रहे हैं? ( आपलोग – पुरूषवाचक, बहुवचन)
  • वह आप ही चला गया। (आप – निजवाचक)
  • समाज के लोग आप ही उठ खड़े होंगे।

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(2) पुरूषवाचक ‘आप’ प्रायः मध्य पुरुष और कभी- कभी अन्यपुरुष के लिए प्रयुक्त होता है, लेकिन निजवाचक ‘आप’ तीनों पुरूषों के लिए प्रयुक्त होता है। जैसे-

  • आप कहाँ रहते हैं? ( आप- मध्यपुरुष)
  • महात्मा गाँधी हमारे राष्ट्रपिता हैं।

6. प्रश्नवाचक सर्वनाम

परिभाषा: वैसे शब्द जो प्रश्नो का बोध कराती हो, वह प्रश्नवाचक सर्वनाम कहलाती है। ‘कौन’और ‘क्या’ दो ही प्रश्नवाचक सर्वनाम है। इनसे प्रश्न का बोध होता है। जैसे-

  • कौन दौड़ रहा है? (कौन- प्रश्नवाचक सर्वनाम)
  • क्या पढ रहे हो? (क्या-प्रश्नवाचक सर्वनाम)

‘कौन’ और ‘क्या’प्रश्नवाचक सर्वनाम है, लेकिन दोनों के प्रयोग में थोड़ा अंतर है-

(1) जहाँ ‘कौन’ का प्रयोग प्रायः मनुष्य के लिए होता है, वहां ‘क्या’ का प्रयोग प्रायः पशु-पक्षियों, कीट- पतंगो और निर्जीव वस्तुओं के लिए। जैसे-

  • वहां कौन खङा है? (पुरुष/ लङका हो सकता है।)
  • वहां कौन खड़ी है? (स्त्री/ लङकी हो सकती है।)
  • वहां क्या खड़ा है? (पशु-पक्षी या वस्तु हो सकती है।)

(2) लेकिन, ‘कौन’ के साथ यदि सा/सी/से जोड़ दिया जाए, तो निर्जीव वस्तु के लिए भी प्रयोग किया जा सकता है। जैसे- कौन सा पेड़ कट गया? कौन सी कलम अच्छी है?

(3) कभी- कभी ‘क्या’का प्रयोग व्यंगय, प्रशंसा, तुच्छता या नकारात्मक भावों के लिए भी किया जाता है। जैसे-

  • अरे भाई! भ्रष्ट नेता के क्या कहने!- व्यंगय
  • वाह! ताजमहल के क्या कहने!- प्रशंसा
  • मैं क्या टाटा-बिरला हूॅ!- नकारात्मक

अंतिम शब्द

इस लेख के माध्यम से आपने जाना की आखिर सर्वनाम किसे कहते हैं और साथ ही आपने सर्वनाम के भेड़ों के बारे में भी जाना। इस लेख से सम्बंधित किसी प्रकार की सुझाव, शिकायत या सवाल आपके पास हो तब निचे कमेंट करके हमें जरूर बतलायें, धन्यवाद्।

FAQs

Q: सर्वनाम किसे कहते हैं?

उत्तर: संज्ञा के बदले जिन शव्दों का प्रयोग होता है उन्हें सर्वनाम कहते हैं। जैसे- वह, उसे, उसने, मैं, मेरा, वे, हम, हमलोग आदि।

Q: सर्वनाम के कितने भेद हैं?

उत्तर: सर्वनाम के कूल छः भेद हैं, और वह कुछ इस प्रकार है:
पुरूषवाचक सर्वनाम, निश्चयवाचक सर्वनाम, अनिश्चचयवाचक सर्वनाम, संबंधवाचक सर्वनाम, निजवाचक सर्वनाम, प्रश्नवाचक सर्वनाम .

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