सेविंग अकाउंट अर्थात बचत खाता क्या होता है? और इसके प्रकार

सेविंग अकाउंट अर्थात बचत खाता क्या होता है?

जब भी बात बैंक में खाता खुलवाने की आती है, तब लोगों के मन में सबसे पहला ख्याल यही आता है की क्यों न बचत खाता अर्थात सेविंग अकाउंट खुलवाई जाए। लेकिन सेविंग अकाउंट अर्थात बचात खाता होता क्या है? और इसके कितने प्रकार होते है? इस लेख के माध्यम से आपको सेविंग अकाउंट से जुड़े सभी सवालों के जवाब मिलेंगे।

सेविंग अकाउंट अर्थात बचत खाता क्या होता है?

सेविंग अकाउंट या कहें बचत खाता ये एक प्रकार का बैंक अकाउंट होता है। ये वैसे लोगों लिए बचत का एक अच्छा माध्यम है जिन्हे प्रत्येक महीने सैलरी मिलती है या फिर प्रत्येक महीने उन्हें एक खास रकम की बचत होती है। सेविंग अकॉउंट के जरिये केवल पैसों की ही बचत नहीं होती, बल्कि बचत खाते में पैसे रखने पर बैंक अपने ग्राहकों को 2.70% से 5.25% की ब्याज राशि भी देती है।

ये ब्याज का प्रतिशत आपके द्वारा जमा किये रकम के अलावा बैंक के ऊपर भी निर्भर करती है। बचत खाते की सबसे ख़ास बात ये है की कई सारे बैंकों में आपको अपने बचत खाते में न्यूनतम राशि रखने की जरुरत नहीं पड़ती। अर्थात खाते में शून्य बैलेंस होने पर भी बैंक आपके खाते को एक निश्चित समय तक कुछ शर्तों के साथ चालु रखती है।

सेविंग अकाउंट अर्थात बचत खाते के प्रकार

1 . जीरो बैलेंस(शुन्य बैलेंस) सेविंग अकाउंट / बचत खाता

वैसे सेविंग अकाउंट जिसमे आपको न्यूनतम राशि रखने की जरुरत नहीं पड़ती। अर्थात इस खाते में मौजूद पूरी राशि का उपयोग कभी भी और कहीं भी आकर सकता है। जीरो बैलेंस खाते की सबसे बड़ी खासियत ये है की खाते में शुन्य राशि होने की स्तिथि में भी बैंक आपसे किसी तरह के कोई अतिरिक्त शुल्क या चार्ज की वसूली नहीं करती।

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2. माइनर सेविंग अकाउंट (Minor Saving Account)

  • इस तरह के खाते में जीरो बैलेंस अकाउंट की तरह न्यूनतम राशि बनाये रखने की जरुरत नहीं पड़ती।
  • खाते में 0 बैलेंस होने पर भी बैंक आपसे किसी तरह के कोई चार्ज या शुल्क नहीं लेती।
  • इस तरह के खाते आमतौर पर बच्चों के लिए खोले जाते है। 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का खाता उनके माता-पिता द्वारा ऑपरेट किया जा सकता है। बच्चे की उम्र 10 से अधिक होने की स्तिथि में बच्चा फिर खुद ही अपने कहते को ऑपरेट कर सकता है।
  • एक बार जब बच्चे की उम्र 18 वर्ष हो जाती है, तब इस खाते को नार्मल/रेगुलर बचत खाते में तब्दील कर दिया जाता है।

3. वरिष्ठ नागरिक बचत खाता (Senior Citizen Saving Account)

  • सीनियर सिटीजन सेविंग अकाउंट वरिष्ठ नागरिकों के लिए खोले जाते हैं।
  • इस प्रकार के बचत खाते बिल्कुल आम बचत खाते की ही तरह होते हैं, बस अंतर इतना सा होता है की इसपर मिलने वाले ब्याज दर थोड़े अधिक होते हैं।
  • इस खाते का जुड़ाव सीनियर सिटीजन द्वारा कहलाये अन्य स्कीम से होता है और इस खाते में ही इनके वृद्धा पेंशन और अन्य सारे पैसों का लेनदेन एक ही अकाउंट के तहत किया जाता है।

4. महिला बचत खाता (Women’s Saving Account)

  • महिला बचत खाता जैसी सुविधा कई सारे गैर-सरकारी बैंकों द्वारा दिए जाते हैं। इसके तहत केवल महिलाओं के बचत खाते खोले जाते हैं।
  • इसमें कई प्रकार की स्कीम और सुविधाएं बैंकों द्वारा महिला ग्राहक को आकर्षित करने के लिए दिए जाते हैं: जैसे की कम जमा राशि(Deposite) में भी खाते का खुलना, लोन पर कम ब्याज दर, मुफ्त चेक बुक, व्यक्तिगत बिमा इत्यादि।

5. रेगुलर सेविंग अकाउंट (Regular Saving Account)

  • इस तरह के स्विंग अकाउंट देश में कार्यरत लगभग सभी बैंकों में खोले जाते हैं।
  • इसमें साधारण सी शर्तों को केवल पूरी करने की जरुरत पड़ती है।
  • इस तरह के बचत खाते में न्यूनतम पैसे अकाउंट में रखने की जरूरत पड़ती है, अन्यथा इस शर्त को पूरा नहीं करने पर बैंक द्वारा पैसे काट लिए जाते हैं।
  • घर पर नगद राशि रखने से अच्छा है की इसे बैंक के बचत खाते में रखा जाए, क्योंकि इसपर बैंक द्वारा ब्याज भी जमाकर्ता के कहते में दिए जाते हैं।

6. वेतन आधारित बचत खाता (Salary based Saving Account)

  • इस तरह के बैंक खाते आमतौर पर किसी भी कंपनी के आग्रह पर उनके अंदर कार्यरत कर्मचारियों के भुगतान हेतु खुलवाए जाते हैं।
  • इस प्रकार के खाते में न्यूनतम जमाराशि की आवश्यकता नहीं पड़ती।
  • अगर किसी कारणवश लगातार तीन महीनो तक खाते में वेतन नहीं आते हैं, तब ऐसी परिस्तिथि में वेतन आधारित बचत खाते को रेगुलर बचत खाते में तब्दील कर दिया जाता है।

बचत खाता खोलने की पात्रता

किसी भी बैंक में बचत खाता खोलने की भिन्न-भिन्न जरूरतों को पूरा करना पड़ता है और ये इस बात पर निर्भर करती है की आप किस बैंक में खाता खुलवाना चाहते हो। लेकिन फिर भी आमतौर पर भारत के किसी भी बैंक में बचत खाता खुलवाने के इन शर्तों को पूरा करना आवश्यक माना जाता है:

  • नागरिकता का प्रमाण पत्र।
  • निवास प्रमाण पत्र।
  • उम्र को सत्यापित करने से जुड़ा प्रमाण पत्र।

बचत खाता खुलवाने में लगने वाले दस्तावेज़

किसी भी बैंक में खाता खुलवाने हेतु आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ों की जरुरत पड़ सकती है।

उम्र और व्यक्तिगत पहचान पत्र आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, इत्यादि।
निवास प्रमाण पत्र ड्राइविंग लाइसेंस, बिजली बिल, पासपोर्ट इत्यादि।
फोटो 2 से 5 पासपोर्ट साइज फोटो (बैंक की जरूरतों के अनुसार)

बचत खाता खुलवाने के फायदे और विशेषताएं

  • बचत खाता में अधिशेष धन राशि को सुरक्षित रखा जाता है।
  • इस खाते में जमा धनराशि पर बैंकों द्वारा ब्याज का भुगतान भी किया जाता है।
  • बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज दर 2.75% से 4.75% (बैंक पर निर्भर) तक होता है।
  • इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के साथ एस.एम.एस अलर्ट की सुविधा दी जाती है।
  • एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधाएँ भी बचत खाते के साथ दी जाती है।
  • कई बैंकों द्वारा बैंक खाते के साथ मुफ्त में व्यक्तिगत बिमा दिया जाता है।
  • चेक बुक की सुविधा दी जाती है।
  • साथ में मिलने वाले एटीएम का उपयोग ऑनलाइन/ऑफलाइन खरीदारी से लेकर पैसे निकालने में किया जाता है।

अंतिम शब्द

इस लेख के माध्यम से आपने जाना की सेविंग अकाउंट अर्थात बचत खाता क्या होता है? साथ ही आपने ये भी जाना की इसके कितने प्रकार होते हैं और अंत में आपने इससे जुड़े फायदे और इसकी विशेषता को भी जाना। इस लेख से सम्बंधित किसी प्रकार के कोई सवाल, सुझाव या शिकायत आपके मन में हो तब निचे कमेंट करके हमें अवश्य बताएं, धन्यवाद।

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FAQs

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उत्तर:

Q: क्या दूसरे शहर में रहते हुए मैं अपने बैंक खाते का उपयोग कर सकता हूँ?

उत्तर: जी हाँ, किसी भी शहर में रहते हुए आप अपने फ़ोन बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग या फिर एटीएम के जरिये अपने बैंक खाते सकते हैं।