आत्मविश्वास कैसे बढ़ाएं? आसान उपाय और तरीके

आत्मविश्वास जीवन जीने का एक अहम् हिस्सा है, इंसान की जब तक ज़िन्दगी निर्धारित है तब तक उसे आत्मविश्वास की जरुरत पड़ेगी ही। इसके बिना जीवन जीने की कल्पना करना थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि यही वो चीज़ है जो हमें कठिन परिस्तिथि में भी भी हमारा साथ देती है। आत्मविश्वास वो चीज़ है जो इंसान को किसी भी कठिन परिस्तिथियों का सामना करने के लिए तैयार रहने और उससे सामना करने में मदद करती है।

हालांकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनमे आत्मविश्वास की काफी कमी होती हैऔर अगर आप भी उनमे से एक हैं, तब आपको यहां परेशान होने की बिल्कुल भी जरुरत नहीं है। लेकिन आपको परेशान होने की बिल्कुल भी जरुरत नहीं है, कयोंकि यह एक ऐसी चीज़ है जिसे आसानी से बढ़ाया जा सकता है। इस लेख के माध्यम से आप यही सीखेंगे की आप अपने आत्मविश्वास को किन तरीकों और उपायों से बढ़ा सकते हैं।

1. खुद के प्रति सकारात्मक रहें

खुद के प्रति और अपने सोच के प्रति सकारात्मक रहने के लिए आपको इन बातों का ख्याल रखना पड़ेगा:

  • अपनी नकारात्मक सोच को पहचाने: जब बात नकारात्मकता की आती है तब किसी के अंदर पहला ख्याल आता है तब वो ये है की “”यार ये मैं नहीं कर सकता” या फिर “ये काम करना मेरे लिए असंभव है” या फिर “अगर इस काम मैंने किया तब निश्चित तौर पर फ़ैल हो जाऊंगा”। ऐसी सोच आपको हमेशा ही आपको आगे बढ़ने से रोकेगा।
  • अपनी नकारात्मक सोच को सकारात्मकता में बदले: अगर आपके मन में अक्सर नकारात्मक सोच आती है। तब आप हमेशा कोशिश करें की उसे सकारात्मक रूप में बदले। जैसे “मैं इस काम में सफल नहीं हो सकता!” आप इसे सकारात्मक रूप में बदल कर ऐसा भी सोच सकते हैं की “एक बार कोशिश करने में क्या जाता है?”
  • नकारात्मक सोच से ज़्यादा सकरात्मक सोच पर ध्यान दें: अगर आपके मन में पुरे दिन में 10 बार नकारात्मक सोच आती है और 1 बार सकारात्मक सोच आती है। तब हमेशा कोशिश करें की आप अपनी उस एक सकारात्मक सोच के साथ पुरे दिन जुड़े रहें।
  • नकारात्मक सोच रखने वालों से दूर रहें: आप अपने दोस्त-यार और अपने परिवार के वैसे लोगों से हमेशा दुरी बनाये रखें, जो आपको हमेशा गलत सलाह देते हैं या फिर आपको प्रेरणा न देकर आपको आपकी कमजोरी का अहसास दिलाते हैं। खुद के लिए समय निकाल कर एक बार अवश्य सोचें की ऐसे कौन-कौन से लोग हैं जो आपको हमेशा निचा या कमजोर शाबित करने की शाबित करते हैं।
  • अपने अंदर की प्रतिभा को पहचाने: दुनिया में हर एक इंसान के अंदर कुछ न कुछ प्रतिभा अवश्य होती है, बस बाकी में और सफल लोगों में अंतर यही है की कुछ लोग अपने अंदर की प्रतिभा को जल्दी पहचान लेते हैं। अपनी प्रतिभा को पहचान लेने के बाद उसमे निखार लाएं जैसे-जैसे उसमे निहार आती जाएगी आपके मन के अंदर से नकारात्मकता दूर होती जाएगी।
  • खुद पर गर्व करें: जरुरी नहीं की अगर आप किसी छोटे से भी काम में सफल होते हो तब पूरी दुनिया में ढिंढोरा पिट कर उसे जश्न के तौर पर मनाये। इससे कहीं ज़्यादा ये जरूरी ये है की आपको अपनी सफलता पर गर्व होनी चाहिए। इससे आपके मन में घर कर बैठी नकारात्मकता दूर होगी और आपकी सोच में धीरे-धीरे काफी बदलाव भी आएँगे।
  • तारीफों को स्वीकार करें: अक्सर ऐसा देखा गया है की, जिस इंसान के अंदर आत्मविश्वास की कमी होती है, उन्हें अगर उनके द्वारा किये गए काम के बदले तारीफ़ मिलती है तब वो उस तारीफ को पूरी तरह से स्वीकार नहीं कर पाते हैं। उनके मन में ऐसी व्यथा होती है की तारीफ़ करने वाला इंसान झूठ बोल रहा है। ऐसा कुछ सोचने के बजाय आप ऐसे हालात में धन्यवाद कहकर शुक्रिया कह सकते हैं। इसके कारण आपके अंदर भी आत्मविश्वास जागृत होगी।
आत्मविश्वास कैसे बढ़ाएं आसान उपाय और तरीके
आत्मविश्वास कैसे बढ़ाएं आसान उपाय और तरीके

2. भावनाओं पर नियंत्रण

  • अपने मन की डर को बाहर न आने दें: शायद आप यह सोचते हों की जो लोग सफल होते हैं चीज़ का भय या डर उनके मन में नहीं होता। लेकिन यह सत्य नहीं है डर और भय तो दुनिया में हर किसी इंसान के अंदर है। बस आपमें और एक सफल इंसान में फर्क इतना है की वो अपने मन स्तिथ डर पर काबू पा लेते हैं। अगर आप भी अपने मन की डर पर काबू पा लेते हो तब आप भी सकारात्मक महसूस करोगे, जिससे आपके अंदर आत्मविश्वास काफी हद तक बढ़ जाएगा।
  • संतुलन काफी जरूररी है: जिस तरह से जिंदगी के बाकी सभी चीज़ों की संतुलन का होना काफी जरुरी होता है। ठीक उसी प्रकार आत्मविश्वास पर भी नियंत्रण होना काफी महत्वपूर्ण होता है। जरुआत से ज़्यादा आत्मविश्वास आपको काफी ज़्यदा हानि पहुंचा सकता है और आपके लिए सबसे आसान काम को भी मुश्किल बना सकता है।
  • दूसरों से स्वयं की तुलना न करें: अगर आप खुद के आत्मविश्वास को बढ़ाना चाहते हो तब सबसे पहले आपको खुद की तुलना दूसरों से करनी बंद करनी पड़ेगी। जैसा की आपने ऊपर पढ़ा की हर एक इंसान की अपनी खासियत और कमियां होती है तो दूसरों दूसरों से खुद की तुलना करने पर कुछ फायदा तो होने वाला नहीं है, लेकिन इससे नुकसान अवश्य होगा। आपके मन में भी ये ख्याल आता होगा की कुछ लोग आपसे ज़्यादा आकर्षक और बुद्धिमान है तब आपको यह भी सोचने की वश्यकता है की कुछ लोग ऐसे भी हैं जो आपसे कम आकर्षक हैं और आपसे कम बौद्धिक क्षमता वाले हैं।
  • अपनी कमियों को पहचाने: आपको इस बात की खोज खुद ही करनी पड़ेगी की आपके अंदर ऐसी क्या कमियां हैं, जो आपको आगे बढ़ने से रोकती है। आपके ऐसी कौन सी बात से परेशानी है जो अक्सर आपके आत्मविश्वास को कम करती है। जब आपको अपनी कमियों का पता चल जाए तब उसे दूर करने का प्रयत्न करें जिससे आपके अंदर की आत्मविश्वास काफी है तक बढ़ेगी।
  • अपनी गलतियों से सीखें: आपको इस बात का ज्ञात होना चाहिए की दुनिया में कोई भी इंसान सत प्रतिशत सही नहीं है, इसलिए उससे गलतियां होनी आम बात है। इसलिए आप हमेशा अपनी गलतियों को एक शिक्षा के रूप में अपने ऊपर लें और कभी फिर वैसे ही हालत उत्पन्न हो और आपका आत्मविश्वास कम हो तब पुअनि गलतियों से सिख लेकर अपने काम को पूरा करेंऔर आगे बढ़ें।

3. ख्याल रखना

आत्मविश्वास को बढ़ाना कोई एक दिन का काम नहीं है, इसके लिए आपको निवेश के रूप में काफी समय देना पर सकता है। लम्बे समय के बाद इससे मिलने वाले फायदों को देख आप अचंभित हो जाएंगे। इसलिए अपनी हर एक छोटी-छोटी जरूरतों का ख्याल रखें।

  • खुद का ख्याल रखें: यह भले ही आपको छोटा सा काम लगता हो और शायद आप इसे कुछ समय के लिए नकार भी दें। लेकिन एक बात का ज्ञात आपको भी होगा की बूँद-बूँद से समुद्र भरता है। आपको खुद ही अपने दातों की चमक से लेकर अपने कपड़ों की महक तक का ख्याल रखना पड़ेगा और शायद इस बात की जानकारी आपको भी इस बात की जानकारी हो की साफ़-सुथरा और अच्छे साज सज्जा में इंसान हमेशा आकर्षक दिखता है और कहीं न कहीं यह आत्मविशास को बढ़ाने में आपकी मदद करता है।
  • व्यायाम करें: व्यायाम करने से केवल शरीर ही स्वस्थ नहीं होता इससे आपने तन के साथ-साथ आपके मन को भी तृप्ति मिलती है। अगर संभव होतब व्यायाम के साथ योग भी करें।
  • नींद में कंजूसी न करें: अगर आप भी उनलोगों में शामिल हैं जो अपने काम की वजह से नींद पूरी नहीं लेते और रात में भी काम में लगे रहते हैं तब आपको यहां सतर्क होने की आवश्यकता है। क्योंकि ज़्यादातर बिमारी का जड़ तनाव ही होता है और जो लोग नींद पूरी नहीं लेते उनमे तनाव के मामले अक्सर देखे जाते हैं जो धीरे-धीरे आपको अंदर से कमजोर करते हैं और आप बीमार पड़ने लगते हैं। लगातार बीमार पड़ने से जाहिर सी बात है की आपके आत्मविश्वास में कमी आएगी।

4. अपना लक्ष्य निर्धारित करें

बगैर लक्ष्य निर्धारित किये काम करना बिल्कुल हवा में तीर मारने की तरह है, पता नहीं तीर निशाने पर लगेगी भी या नहीं।

  • छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करें: आपने बचपन में शायद ही किसी मोटी किताब को एक बार में पूरा पढ़कर समझना मुनासिब समझा हो। आप उस किताब को छोटे-छोटे कई भागों में बांटकर पढ़ते होंगे और समझते होंगे, जिससे चीज़ें आपको आसानी से समझ में आती होगी और जिससे परीक्षा में अच्छा करने का आत्मविश्वास आपमें पैदा होता होगा। असल ज़िन्दगी में भी खोये हुए आत्मविश्वास को जगाने का यही तरीका है, अपने किसी बड़े लक्ष्यों को छोटे-छोटे हिस्सों में बाँट लें और फिर उसे पूरा करने की चेस्टा करें। एक बात का ख्याल रखें जब भी कोई छोटा लक्ष्य आपका पूरा हो तब उसे पूरा करने की खुसी में खुद को शाबासी दें और जश्न मनाएं।

अंतिम शब्द

इस लेख में आपने जाना की आप अपने भीतर के आत्मविश्वास को कैसे जागृत कर सकते हैं और उसे बढ़ा सकते हैं। लेख से सम्बंधित किसी प्रकार की कोई शंका या सवाल आपके मन में हो तब निचे कमेंट करके हमें अवश्य बतलायें, धन्यवाद्।

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