आधार कार्ड के बिना आज एक भारतीय खुद की कल्पना ही नहीं कर सकता। इसलिए ये जानना हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है की आधार कार्ड के क्या फायदे हैं, इसके अलावा ये भी जानना जरुरी है की इसके संभावित नुकसान क्या-क्या हैं? चाहे आधार कार्ड किसी भी स्वरुप में हो जैसे PVC अथवा e-Aadhar Card.
आधार कार्ड की भागीदारी एक भारतीय नागरिक के जीवन में काफी बढ़ गयी है। क्योंकि इस बात का अंदाजा आप ऐसे भी लगा सकते हैं की, घर पर लगे LPG गैस से लेकर ड्राइविंग लाइसेंस तक, ट्रैन की सफर से लेकर घरेलु उड़ान तक जैसे जीवन की सभी परिस्तिथि में इसका उपयोग किया जाता है। इस लेख के माध्यम से कुछ हद तक आप ये भी जान पाओगे की आखिर आधार कार्ड का इस्तेमाल कहाँ-कहाँ किया जाता है।
आधार कार्ड के फायदे और खूबियां
आगे बढ़ने से पहले आपके लिए ये जान लेना काफी जरुरी है की आखिर आधार कार्ड क्या है? आपको बता दूँ, आधार कार्ड एक यूनिक नंबर है। जो भारत के सभी नागरिकों को जारी किया जाता है। ये यूनिक नंबर इतना ज़्यादा ख़ास है की भारत की करोड़ों की जनसंख्या में भी सब को एक ख़ास नंबर ही जारी किया जाता है। ये अर्थात आपको जारी किया नंबर किसी दूसरे से कभी नहीं मिल सकता।
इसके अलावा आधार कार्ड एक तरह का बायोमेट्रिक डॉक्यूमेंट भी है। जिसमे देश के नागरिकों की बायोमेट्रिक से जुड़ी जानकारी सभी जानकारियां सरकारी डेटाबेस में सुरक्षित रहती है। जिसका आगे चलकर सरकार अपने विभिन्न पालिसी के साथ ही कई तरह के कल्याणकारी कामो के लिए करती है।
पहचान पत्र (ID Card)
जिस तरह से वोटर आईडी का उपयोग एक ख़ास कारण वोट करने में इस्तेमाल किया जाता है। ठीक उसी प्रकार इस कार्ड को शुरू करने के पीछे सरकार का उद्देश्य था, इसे कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ना। ताकि आम नागरिकों को इससे सहूलियत हो सके।
वक़्त के साथ इस आधार कार्ड का इस्तेमाल कई जगह पहचान पत्र के रूप में तो कई जगह पता पहचान पत्र के रूप में भी किया जाने लगा। भारत अथवा राज्य सरकार की योजनाओं में तो आधार कार्ड का इस्तेमाल व्यक्तिगत पहचान पत्र के रूप में किया जाने लगा है।
आसानी से उपलब्ध
एक बार आधार कार्ड बन जाने के बाद इसकी उपलब्धता काफी आसान है। क्योंकि इस कार्ड को देश के किसी भी कोने में रहते हुए केवल एक क्लिक में डाउनलोड किया जा सकता है। इसके अलावा इसके फिजिकल कॉपी को भी कहीं भी और कभी भी मंगाया जा सकता है। जो आम नागरिक के लिए काफी सुविधाजनक शाबित होती है।
योजनाओं में आधार कार्ड
जब बात KYC की होती है। तब आधार कार्ड से ज़्यादा महत्व शायद ही किसी दूसरे पहचान पत्र को दिया जाता हो। आधार कार्ड का इस्तेमाल KYC वेरिफिकेशन से लेकर नागरिकों को वैक्सीनशन में किया जाने लगा है।
पासपोर्ट बनाने में सहायक
एक समय ऐसा भी था, जब पासपोर्ट बनाने का ख्याल ही किसी डरावने सपने से कम नहीं होता था। क्योंकि इसमें समय के साथ-साथ, पुलिस वेरिफिकेशन से जुड़ी सभी स्टेप्स को पूरा करना किसी चुनौती से कम नहीं था। लेकिन आधार कार्ड के जरिये ये सारे प्रोसेस को काफी हद तक कम करके सहूलियत भरा बना दिया गया है।
LPG सब्सिडी
वर्तमान समय में आधार कार्ड से सबसे बड़ा फायदा देश के गरीब और मध्यम वर्गीय गरीब परिवारों को LPG गैस सैलेन्डर पर दी जाने वाली सब्सिडी के जरिये हो रहा है। आधार कार्ड से पहले सब्सिडी की राशि सीधे सिलेंडर लेते समय मिला करती थी। जिससे कई लोग इसका गलत इस्तेमाल करते थे, जैसे व्यवसाइक सिलेंडर पर भी सरकारी सब्सिडी का फायदा उठा लेना। लेकिन घरेलु एलपीजी का आधार कार्ड से लिंक होने पर सब्सिडी की राशि सीधे ग्राहक के खाते में भेज दी जाती है।
प्रोविडेंट फंड में इस्तेमाल
वैसे सीनियर सिटीजन जो प्रोविडेंट फंड के प्राप्तकर्ता हैं। उनके बैंक खाते से आधार कार्ड लिंक होना इस बात को सुनिश्चित करता है की उनके पीएफ की रकम संस्थान से सीधे उनके पीएफ खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
बैंक अकाउंट खुलवाने में आसान
आधार कार्ड के जरिये भारत सरकार इस बात को भी सुनिश्चित करती है की, किसी भी गरीब नागरिक को बैंक में खाते खुलवाने में कोई समस्या न आये। इसके अलावा केवल आधार कार्ड के जरिये प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खाता खुलवाना काफी आसान हो सका। इसके अलावा बैंक के बाकी अन्य कागजी जरूरतों में भी आधार कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है।
आधार कार्ड के नुकसान
दुनिया में शायद ही ऐसी कोई चीज़ हो, जिसके दो पहलु न हो। अगर किसी चीज़ के फायदे हैं तब उसके नुकसान भी हैं। इस लेख में आगे आप ये जानोगे की आखिर आधार कार्ड के कितने संभावित नुकसान हैं।
डाटा सुरक्षा
अगर बात करें मीडिया रिपोर्ट्स की तब आधार कार्ड से जुड़ी सबसे बड़ी कमी या ख़तरा यही है की इससे आपकी पर्सनल डेटा लीक होने का ख़तरा बना रहता है। कई बार मीडिया में ऐसी भी ख़बरें चलाई जा चुकी है की आधार कार्ड में इस्तेमाल किया जाने वाला बायोमेट्रिक आखिर किस हद तक सुरक्षित है!
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गोपनीयता
किसी भी इंसान की व्यक्तिगत जानकारी की कोई कीमत नहीं होती और नाहीं इसका कोई तोल-मोल सम्भव है। लेकिन किसी भी सुरक्षा कारणों से आधार के डाटा बेस को सरकार द्वारा बगैर आपके परमिशन के एक्सेस किया जा सकता है। इसका सीधा सा अर्थ यही है की आपकी निजता का संभावित रूप से उलंघन किया जा सकता है।
प्रमाणित करना मुश्किल
अगर किसी के पास आधार हो, तब ये इस बात की ज़रा सी ही गारंटी नहीं देता की वो आधार कार्ड असली हो अथवा उस आधार कार्ड में अंकित किया गया डाटा सुरक्षित हो। क्यूंकि फिजिकल आधार कार्ड को थोड़ी सी एडिटिंग के जरिये इससे छेड़-छाड़ होने की संभावना बनी रहती है। अगर सरकार फिजिकल आधार कार्ड में होलोग्राम जैसी कोई सिक्योरिटी फीचर को जोड़ से तब शयद ये ज़्यादा सुरक्षित हो सके।
अंतिम शब्द
इस लेख के माध्यम से आपने जाना की आधार कार्ड के कितने फायदे हैं, साथ ही आपने आधार से जुड़े संभावित नुकसान को भी जाना। इस लेख से सम्बंधित किसी प्रकार की कोई शिकायत, सवाल या सुझाव आपके मन में हो तब निचे कमेंट करके हमें अवस्य बताएं, धन्यवाद्।

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