आज के इस लेख में आप जानेंगे की CPU क्या है? यह काम कैसे करता है और इसकी क्या-क्या विशेषताएं है। जिस तरह से इंसान के शरीर में उसके दिमाग की अहम् भूमिका होती है और इस दिमाग के बिना इंसानो का कोई अस्तित्वा नहीं ठीक उसी प्रकार से CPU किसी भी आधुनिक कंप्यूटर के बिलकुल दिमाग की ही तरह है। इसके बिना कंप्यूटर केवल एक खाली बंद डब्बे के सामान है जिसका कोई मोल और अस्तित्व ही नहीं।

CPU क्या है?
CPU कंप्यूटर के लिए एक दिमाग की तरह है, जिसमे वो सारे सर्किट मौजूद होते हैं जिसका उपयोग करके कंप्यूटर किसी भी इनपुट को प्रोसेस कर उसका आउटपुट यूजर को देता है।
CPU लगातार केवल उन्ही दिशा-निर्देशों का पालन करता है जो यूजर उसे देता है। यूजर द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करते हुए CPU किसी भी डाटा को रीड, राइट या फिर प्रोसेस करता है। CPU इन सभी कामों को खुद ही नहीं करता बल्कि इसके लिए स्पेशल प्रोग्राम्स और सॉफ्टवेयर लिखे होते जिन्हे वह फॉलो करता है।
अंग्रेजी में CPU का पूरा मतलब होता है Central Processing Unit, इस नाम में दिख रहे प्रोसेसिंग शब्द का मतलब से यह बात क्लियर होती है की CPU का काम है डाटा को प्रोसेस करना। आपके द्वारा कप्यूटर में दिए गए किसी भी कमांड को CPU अपने तीन महत्वपूर्ण इकाई द्वारा उसे पूरा करता है और वह है कण्ट्रोल यूनिट, अर्थमेटिक लॉजिकल यूनिट और रजिस्टर(Storage Unit)।
CPU काम कैसे करता है?
टेक्नोलॉजी के मामले में दुनिया चाहे कितनी भी तरक्की क्यों न करले पर वह इंसानो की सोचने और समझने की क्षमता से आगे नहीं जा सकता। यह बात यहाँ कंप्यूटर के मामले में भी जायज़ है, कंप्यूटर से किसी काम में मदद लेने के लिए सबसे पहले कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस के जरिये डाटा डाला जाता है।
फिर कंप्यूटर में स्तिथ CPU आपके द्वारा बताये इंस्ट्रक्शन को फॉलो करके उस डाटा को प्रोसेस करता है और फिर आपके कहने पर ही आउटपुट डिवाइस के जरिये प्रोसेस्ड डाटा कंप्यूटर से मॉनिटर, प्रिंटर या फिर स्पीकर के माध्यम से बाहर आता है।
CPU के कितने प्रकार हैं?
किसी भी कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है उसका CPU, जो कंप्यूटर में गणना करने के साथ बाकी सभी प्रोसेस को करने के लिए जिम्मेदार होता है। मुख्य तौर पर देखा जाए तब कोई CPU कितना ज़्यादा अच्छा है? वह इस बात पर निर्भर करता है की, वह किसी काम को जल्दी करने में कितना सक्षम है और यह भी देखा जाट है की क्या यह CPU मुलती प्रोसेसिंग करने में सक्षम है या नहीं।
इसलिए मल्टीप्रोसेसिंग के नज़रिये से देखा जाए तब CPU को वर्तमान में 6 प्रकार में विभाजित किया गया है, और यह विभाजन मल्टी कोर प्रोसेसर को मान कर किया गया है। समय के साथ टेक्नोलॉजी में तेज़ी से हो रहे बदलाव से यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा की आने वाले समय में CPU के कोर बढ़ते ही जाएंगे। वर्तमान में डेका-कोर CPU इस्तेमाल आम इंसान अपने कंप्यूटर में कर रहे है और स्मार्टफोन में अब ओक्टा कोर प्रोसेसर आने लगा है।
- सिंगल-कोर CPU
- ड्यूल-कोर CPU
- क्वाड-कोर CPU
- हेक्सा-कोर CPU
- ओक्टा-कोर CPU
- डेका-कोर CPU
वर्तमान में जितना ज़्यादा आपका CPU में स्तिथ प्रोसेसर के कोर होंगे, उतना ही ज़्यादा आपका कंप्यूटर तेज़ होगा और किसी भी मल्टी टास्किंग को करने में बहुत ज़्यादा सक्षम होगा।
मल्टीकोर प्रोसेसर क्या होता है?
वैसे प्रोसेसर जिसमे एक ही चिप में मल्टी प्रोसेसिंग यूनिट्स मौजूद होते हैं, और हर एक प्रोसेसिंग यूनिट्स अलग-अलग काम को करने में सक्षम होते हैं, उसे मल्टी कोर प्रोसेसर कहते हैं। जैसे-जैसे कंप्यूटर जनरेशन आता गया, वैसे ही प्रोसेसर्स में भी बदलाव आते चले गए।
उद्धरण के तौर पर आप इसे ऐसे समझ सकते हैं की किसी इंसान के पास एक हाथ हैं और वहीं दूसरे इंसान के पास दो हाथ हैं, तब आप इस बात को यहाँ समझ सकते हैं की दो हाथ वाला इंसान एक समय में दो काम को करने में सक्षम है और एक हाथ वाला इंसान एक समय मेवल एक ही काम को कर सकेगा।
मल्टीकोर प्रोसेसर के फायदे
- मल्टी कोर प्रोसेस, सिंगल कोर प्रोसेसर की तुलना में ज़्यादा काम करते हैं।
- एक साथ कई कामों को करने में यह सक्षम है।
- कई सारे कामों को भी कम बिजली का इस्तेमाल कर पूरा करता है।
- जटिल काम जैसे कंप्यूटर की स्कैनिंग और फ़िल्में देखना आप एक साथ कर सकते हैं।
- मल्टी कोर प्रोसेसर को ज़्यादा सर्किट की जरूरत नहीं पड़ती, इसलिए इनका आकार छोटा होता है।
- एक से ज़्यादा कोर के यूनिट्स एक ही चिप में मौजूद होने के वजह से किसी भी डाटा को जयादा समय तक दूर जाना नहीं पड़ता है, इसलिए यह तेज़ होता है।
मल्टीकोर प्रोसेसर के नुकसान
- सिंगल कोर की तुलना में यह काफी महंगे होते हैं।
- चूँकि यह मल्टी कोर होते हैं इसलिए इनका रख-रखाव बड़ी ही सावधनी से करना होता है।
- नार्मल प्रोसेसर की तुलना में इनकी स्पीड दो गुनी नहीं होती है, बीएस ये एक साथ कई काम को थोड़ी तेज़ी से करने में सक्षम जरूर होते हैं।
- ज़्यादा कामों को एक साथ करने के दौरान यह गर्म जल्दी होती है।
- अगर किसी काम को करने Linear या Sequential प्रोसेसिंग की जरूरत पड़ती है तब ऐसे हालात में यह थोड़ी धीमीओ अवश्य हो जाती है।
मल्टीकोर प्रोसेसर का उपयोग
मल्टीकोर प्रोसेसर का उपयोग निन्मलिखित कामों के लिए किया जाता है:
- कंप्यूटर गेमिंग
- वीडियो एडिटिंग
- सॉफ्टवेयर डेवेलोपमेंट
- इमेज एडिटिंग
- एन्कोडिंग
- डेटाबेस
- सर्वर के रूप में
- मल्टीमीडिया एप्लीकेशन
- ग्राफ़िक्स डिज़ाइन
- गेमिंग डेवलपमेंट
अंतिम शब्द
इस लेख में आपने जाना की CPU क्या है? इसके कितने प्रकार हैं और साथ ही यह भी जाना की मल्टीकोर प्रोसेसर क्या होते हैं, इसके फायदे, नुकसान और उपयोग को भी जाना। लेख से सम्बंधित किसी परकार का कोई सवाल या बात आपके मन में हो तब निचे कमेंट करके हमें अवश्य बतलायें, धन्यवाद्।
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FAQs
Q: मल्टीकोर प्रोसेसर क्या है?
उत्तर: वैसे प्रोसेसर जिसमे एक ही चिप में मल्टी प्रोसेसिंग यूनिट्स मौजूद होते हैं, और हर एक प्रोसेसिंग यूनिट्स अलग-अलग काम को करने में सक्षम होते हैं, उसे मल्टी कोर प्रोसेसर कहते हैं

आकाश कुमार एक Tech-Enthusiast और एक Electronics and Communications Engineering Graduate हैं, और इनका Passion है ब्लॉगिंग करना और लोगो तक सही एवं शटीक जानकारी पहुँचाना। अपने फ्री समय में ये Spotify में गाना सुनना पसंद करते हैं।
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