Internet of Behavior(IoB) क्या है? पूरी जानकारी

अगर आप विज्ञान और तकनीक की दुनिया से जुड़ी ख़बरों से खुद को अपडेट रखते हैं, तब आप यह जानते होंगे की इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स क्या है? पर अब इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स से एक कदम आगे का अपडेटेड रूप दुनिया के सामने आ चूका है जिसे Internet of Behaviorके नाम से जाना जाता है। आखिर यह IoB क्या है? यह काम कैसे करता है और इसके फायदे क्या हैं?

Internet of Behavior(IoB) क्या है पूरी जानकारी
Internet of Behavior(IoB)

Internet of Behaviour क्या है?

इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स में विभिन्न प्रकार की डिवाइस आपस में इंटरनेट के माध्यम से जुड़े होते है, जो आपस में मिलकर एक इकोसिस्टम तैयार करते हैं और यह सभी डाटा, इनफार्मेशन में आपस में साझा कर एक दूसरे से जुड़े रहते हैं और अपनी सेवाएं देते है। Internet of Behavior भी ठीक उसी प्रणाली पर आधारित है केवल यह IoT से एक कदम आगे है।

IoT के तहत एकत्रित किये गए डाटा को IoB इस्तेमाल करता है और फिर उस डाटा के पैटर्न का विश्लेषण करता है और यूजर की कार्यप्रणाली को समझने की कोशिश करता है।

IoB एकत्रित किये गए डाटा से यूजर के अनुभव को समझने की कोशिश करता है और फिर यूजर द्वारा डिमांड किये जाने वाले पैरामीटर के अनुसार ही अगली बार वह पेश आता है।

उदाहरण से इसे समझना और भी आसान है: टैक्सी की सेवा देने वाली कम्पनी Uber से आप सभी वाकिफ होंगे और Uber की ऐप्लिकेशन IoT से जुड़ी हुई है जिसमे Uber, टैक्सी ड्राइवर को और अपने पैसेंजर को ट्रैक करता है। लेकिन जब आप पेमेंट कर चुके होते हैं तब आपसे Uber एक सर्वे के जरिये यह पूछता है की आपका एक्सपीरियंस कैसा था।

यहीं से शुरू होती IoB के तकनीक, अगर Uber ने IoT के स्थान पर IoB के इस्तेमाल किया होता तब उसे अलग से ऐसे किसी सर्वे की जरूरत नहीं पड़ती। IoB से जुड़े रहने पर यह ड्राइवर के व्यवहार को भी ट्रैक करता और उसके अनुसार पैसेंजर के व्यवहार को भी यह खुद ही समझ लेता। बाद में एकत्रित किये गए इन डाटा का इस्तेमाल कंपनी यूजर के अनुभव को ठीक करने में करता।

Internet of Behavior का महत्व

जैसे आप सभी जानते होंगे की डाटा अभी के समय में कितना मायने रखता है और आप सभी इस बात को अच्छी तरह से समझते भी होंगे। हालांकि Gather नामक संस्था का ऐसा मानना है की साल 2021-2022 में Internet of Behavior दुनिया में सबसे ज़्यादा प्रचलित होगी और इसपर काम काफी तेज़ी से होने लगेगा। यह तकनीक की भी उद्योग या बिज़नेस को डाटा एकत्रित करने के मामले में और अधिक सुविधा मुहैया कराएगी।

इन डाटा के बदौलत कोई भी बिज़नेस या उद्योग अपने तरक्की को लेकर काफी सुनिश्चित हो जाएंगे और इनकी कोशिश यही रहेगी की चाहे महामारी हो या फिर जलवायु परिवर्तन ही क्यों न हो। ये सभी अपने बिज़नेस को ये इन डाटा के बदौलत अधिक से अधिक उंचाईओं पर ले जा सकेंगे।

Internet of Behavior के फायदे

IoB तो अभी के लिए यह नाय है और अभी भी इसमें ऐसे कई सारे पहलु हैं जिपर खोज जारी है, फिर भी चलिए देखते हैं की यह तकनीक किस प्रकार इंसानो के लिए फायदेमंद है:

  • IoB का काम ही है, लोगों के व्यवहारों को ट्रैक करना अर्थात वर्तमान में यह तकनीक लोगो के खरादारी करने की लक्षण को समझता है और बाद में यह इस विश्लेषण का इस्तेमाल करके यह आपको अन्य मिलते जुलते सामानों का सिफारिश भी करता है।
  • कोई भी उपयोगकर्ता कंपनी के किसी भी वास्तु के साथ कैसा व्यवहार करता है उसे भी यह ट्रैक करता है।
  • यह रियल टाइम जानकारियां इकट्ठी कर उसकी विश्लेषण करता है।
  • अगर किसी तरह की समस्या इसे दिखती है तब वह खुद ही उसे ठीक करने की कोशिश भी करता है।

अंतिम शब्द

आपने जाना की Internet of Behavior क्या है? और अंत में आपने इसके महत्व के साथ-साथ इसके फायदों के बारे में भी आपने पढ़ा। इस लेख से सम्बंधित किसी प्रकार की कोई समस्या या सुजाओ आपके मन में हो तब निचे कमेंट करके हमें बताएं, धन्यवाद्।

Leave a Comment