पेट्रोल गाड़ी खरीदूं या फिर डीजल गाड़ी? यही है सबसे बड़ी परेशानी जब एक आम इंसान गाड़ी लेने की सोचता है, तब सबसे पहले यही सवाल उसके मन में आता है। फिर भी आपको कौन सी कार लेनी वह बिल्कुल आपकी जरूरतों और उपयोग पर ही निर्भर होता है। इस लेख के माध्यम से आप जान पाएंगे की पेट्रोल कार के फायदे क्या हैं? और साथ ही इसके नुकसान क्या है? उसके बाद आप इस बात का निर्णय खुद ही करने में सक्षम हो जाएंगे की किस ईंधन पर चलने वाली गाड़ी आपको लेनी है।

पेट्रोल गाड़ी के फायदे
1. सस्ती होती है
किसी भी कंपनी की पेट्रोल गाड़ी आमतौर पर उसी मॉडल की डीजल कार की तुलना में 60 हज़ार से लेकर 1.5 तक सस्ती होती है। पेट्रोल कार पर डीजल कार की तुलना में मूल्यहास (Depreciation) कम होता है। मूल्यहास का मतलब है प्रत्येक वर्ष आप कार की असल वैल्यू में कमी आना और इस बात का ध्यान तब रखा जाता है जब किसी कार को कुछ साल तक इस्तेमाल करने के पश्चात बेचा जाता है।
2. CNG में बदलना आसान है
अगर किसी कारणवश आप अपनी पेट्रोल युक्त कार को CNG से चलाना चाहते हैं और CNG आपके शहर में आसानी से उपलब्ध हो जाती है। तब ऐसी परिस्थति में पेट्रोल इंजन वाली कार डीजल की तुलना में आपकी कम ही जेब काटेंगी। क्यूंकि डीजल गाड़ी में CNG लगवाना महंगा पड़ता क्यूंकि इसके लिए इंजन में कुछ जरुरी बदलाव भी करने पड़ते हैं लेकिन पेट्रोल गाड़ियों में CNG किट आसानी से फिट हो जाती है।
3. सर्विसिंग सस्ता है
डीजल गाड़ी की तुलना में पेट्रोल गाड़ी की सर्विसिंग आपकी कम ही जेबें काटेंगी, क्यूंकि डीजल इंजन की बनावट ही ऐसी होती है की उसे उच्च तापमान को सहन करने की क्षमता होनी काफी जरुरी है जिसके कारण इसके इंजन के पुर्ज़े काफी महंगे होते हैं। लेकिन पेट्रोल से चलनी वाले इंजन के साथ ऐसी स्तिथि नहीं है। यही कारण है की पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों की सर्विसिंग कम पैसों में भी हो जाती है।
4. प्रदुषण कम फैलता है
अगर आप एक जागरक नागरिक हो और साथ ही आप एक पर्यावरण प्रेमी हो और चाहते हो की आने वाली पीढ़ी भी आपकी तरह स्वस्थ वातारण में साँसे लें तब आपकी पहली पसंद पेट्रोल इंजन वाली गाडी ह होनी चाहिए। क्यूंकि यह डीजल इंजन की तुलना में वातावरण को काफी कम प्रदूषित करता है।
भारत सरकार द्वारा जब से BS6 इंजन को मान्यता दिया गया है तब से पेट्रोल इंजन अब लगभग न के बराबर वातावरण को दूषित करती है। जबकि गाड़ी बनाने वाली कंपनियां डीजल इंजन युक्त गाड़ियां बनाने से अब कम रूचि ले रही है।
5. प्रदुषण कम फैलता
डीजल इंजन का ख्याल आते ही सबसे पहला सवाल जो किसी के भी मन में आता है की “यार ये कितना शोर करता है” . वैसे तो आजकल कंपनी इंसुलेशन का भरपूर उपयोग करती है और साथ ही आजकल डीजल इंजन पहले की तुलना में काफी रेफिन्स आने लगे हैं। लेकिन पेट्रोल इंजन की तुलना में यह हमेशा ही ज़्यदा शोर करेगी।
6. इसकी प्रतिक्रिया काफी तेज़ है
पेट्रोल गाड़ियों का थ्रोटल रिस्पांस डीजल गाड़ियों की तुलना में कफी बेहतर होता है। यही कारण है की पेट्रोल गाड़ियों चलाने में कुछ ज़्यादा ही मजा आता है जबकि डीजल गड़ियाँ थोड़ी सुस्त होती हैं।
पेट्रोल गाड़ी के नुकसान
1. जीवनकाल कम होता है
डीजल गद्दियों की पट्रोल गाड़ी में लगे इंजन की उम्र कम होती है।
2. रिसेल वैल्यू कम होती है
चूँकि पेट्रोल इंजन की उम्र डीजल इंजन की तुलना में काफी कम होती है यही कारण है की पेट्रोल गाड़ी की रिसेल वैल्यू कम होती है।
3. पेट्रोल की कीमत ज़्यादा है
आज भी लगभग पूरी दुनिया में अगरदेखा जाए तब पेट्रोल की कीमत आमतौर पर डीजल की तुलना में महँगी ही होती है और इसलिए पेट्रोल गाड़ियों में लम्बी दुरी सफर करना आज भी महंगा ही पड़ता है।
4. रखरखाव महँगी पड़ेगी
डीजल गाड़ियों की तुलना में पेट्रोल गाड़ियों का देखभाल और रखरखाव समय-समय पर करना पड़ता है। अगर समय-समय पर सर्विसिंग नहीं की गयी तब डीजल गाड़ियों की तुलना में यह रखे-रखे भी खराब पड़ने लगती है।
5. पेट्रोल की शुद्धता का ध्यान रखना पड़ेगा
पेट्रोल में भी काफी अस्सुधियाँ पायी जाती है, और अगर आप सही जगह से पेट्रोल नहीं खरीदते हो तब यह आगे चलकर आपकी जेब की अच्छी खासी कटाई कर सकता है। खराब पेट्रोल के उपयोग के कारण आपकी गाड़ी का फ्यूल पंप और फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम को काफी हद्द तक नुकान पहुंचा सकता है।
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आकाश कुमार एक Tech-Enthusiast और एक Electronics and Communications Engineering Graduate हैं, और इनका Passion है ब्लॉगिंग करना और लोगो तक सही एवं शटीक जानकारी पहुँचाना। अपने फ्री समय में ये Spotify में गाना सुनना पसंद करते हैं।