मस्तिष्क को तेज़ करने के आसान टिप्स

यह एक अजीब सवाल लग सकता है, लेकिन आप अपने दिमाग को कितना समय देते हैं? क्या आपने कभी अपने दिमाग की चतुराई और उसके क्षमता के बारे में सोचा है? मस्तिष्क किसी भी इंसान की शरीर का एक अहम् अंग है बिल्कुल कंप्यूटर की CPU की तरह काम करता है और हमारे पूरे शरीर को नियंत्रित करता है। लेकिन क्या आपने कभी अपने मष्तिष्क की कार्यशैली को तेज़ करने के बारे में सोचा है?

शायद कभी आपके मन में यह सवाल आता होगा की काश कोई ऐसा दिमाग तेज़ करने वाला स्नैक्स हमें मिल जाए जिसे हम शाम को चाय के साथ खाएं और मज़ा आ जाए।

मस्तिष्क को तेज़ करने के आसान टिप्स
मस्तिष्क को तेज़ करने के आसान टिप्स

खान पान के अलावा और भी बहुत सी बातें हैं जिसका ख्याल लोगों को अपने मस्तिष्क के लिए रखना होगा। आमतौर पर लोग अपने शरीर को फिट और तंदरुष्ट रखने के लिए व्यायाम करते हैं और प्रतिदिन कुछ घंटे Gym में व्यायाम करते हुए बिताते हैं। लोग अपनी मांसपेशियों को लचीला और मजबूत रहने के लिए, अपने जोड़ों को तरल रहने के लिए, और आपके शरीर की भौतिक प्रणालियों को बेहतर ढंग से चलाने के लिए बहुत मेहनत करते हैं।

लेकिन लोग अपनी मस्तिष्क को प्रशिक्षित करने में कितना समय लगाते हैं? तो आइए जानिये मस्तिष्क शक्ति बढ़ाने के कुछ आसान से टिप्स

ध्यान करना अर्थात Meditation

जब हम ध्यान करते हैं, तो हम अपने जीवन में दूरगामी और लंबे समय तक चलने वाले लाभों को शामिल करते है। इसके जरिये हम अपने तनाव के स्तर को कम करते हैं, हमें अपने दर्द का पता चलता है, हम अपनी सोच और विचार से बेहतर तरीके से जुड़ते हैं, हम अपना ध्यान सुधारते हैं, और हम खुद के प्रति दयालु होते हैं और सबसे बड़ी बात हम अपने मस्तिष्क की क्रिया पर पहरा देते हैं।

मष्तिष्क का सबसे आसान व्यायाम है ध्यान करना, जिसे आप कभी भी और कहीं भी शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल अपनी आँखें बंद करनी है और अपनी श्वास पर पूरा ध्यान देना है। जैसे ही मन भटकता है आप अपना ध्यान वापस अपनी सांस पर लाएं। इस ध्यान के जरिये केवल 5 से 10 मिनट की म्हणत से आप अपने मस्तिष को आराम दे सकते हैं, दिमाग में चलने वाले किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचार को खत्म कर सकते हैं।

हंसना

चिकित्षा के क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी सच्चाई यह है की जो इंसान खुस है और संतुष्ट है कहीं न कहीं उसके शरीर से रोग कोशों दूर है। हंसी एक ऐसा जरिया है जो न केवल आपको खुस रखता है बल्कि या आपके रोग-प्रतिरोधक क्षमता को ठीक रखने में भी आपकी मदद करता है। आपको हर एक तरह के मानषिक तनाव से दूर रखता है।

जब इंसान तनाव जैसी गंभीर बीमारी से दूर रहता है तब स्वतः ही उसके शरीर और मश्तिश के बिच एक अच्छा तालमेल स्थापित हो जाता है। केवल यही नहीं हास्य आपके बोझ को हल्का करता है, आशा को प्रेरित करता है, आपको दूसरों से जोड़ता है, और आपको जमीनी, केंद्रित और सतर्क रखता है। यह आपके भीतर से क्रोध कम करने के साथ-साथ आपने क्षमा भावना को भी जागृत करता है।

सबसे अच्छी बात यह है कि यह अमूल्य दवा बिल्कुल मुफ्त है आप जब चाहे कहीं भी ुर कभी भी इस हसी के व्यायाम को पूरा कर सकते हैं और अपने मस्तिष्क को स्वस्थ और तन्दुरुष्ट रख सकते है। हँसी के कारण होने वाले एंडोर्फिन की रिहाई तनाव के स्तर को कम करेगी – यह लम्बे समय के लिए आपके के मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। इसके अलावा, हंसी आमतौर पर नए विचारों के लिए भी उपयोगी माना गया है।

सेहतमंद खाना

हमारे द्वारा ग्रहण किये गए आहार का हमारे मस्तिष्क के कार्यशैली पर व्यापक प्रभाव पड़ता है। मस्तिष्क सभी ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का 20 प्रतिशत से अधिक उपभोग करता है। इसलिए आपका मस्तिष्क कितना स्वस्थ्य है यह इस बात पर भी निर्भर करता है की आपके खान-पान के तरीके कैसे हैं। इसलिए हमेशा कोशिश करें की आप खाने में हरी सब्जियां, ताजे फल, और मछली को शामिल अवश्य करें।

अगर हम ब्रेन फूड की बात करते हैं तो फैटी फिश अक्सर लिस्ट में सबसे ऊपर होती है। इस प्रकार की मछलियों में सैल्मन, ट्राउट, अल्बाकोर टूना, हेरिंग और सार्डिन शामिल हैं, ये सभी ओमेगा -3 फैटी एसिड के समृद्ध स्रोत माने जाते हैं।

इसके इलावा कॉफ़ी का सेवन भी आपके मस्तिष्क को स्वस्थ रखने का एक अच्छा साधन है। कॉफी में दो मुख्य घटक – कैफीन और एंटीऑक्सिडेंट – मस्तिष्क को स्वास्थ्य अच्छा रखने में हमारी मदद करता है। इसके इलावा ब्लूबेर्रिज, हल्दी, हरी सब्ज़ियां,फल, मेवे और अण्डों को अपने आहार में शामिल कीजिये।

नियमित रूप से व्यायाम करें

नियमित रूप सेव्यायाम करने पर केवल शरीर ही स्वस्थ्य नहीं रहता बल्कि शरीर के साथ-साथ मस्तिष्क भी स्वस्थ्य रहता है। व्यायाम, मस्तिष्क के कार्य को बढ़ाने और न्यूरोजेनेसिस (तंत्रिका ऊतक की वृद्धि और विकास) को बढ़ाने में सहायता करता है। इसका मतलब है कि हर बार जब आप व्यायाम करते हैं तो आप नई मस्तिष्क कोशिकाओं का विकास कर रहे होते हैं, साथ ही अपने दिमाग और शरीर को एक विशेष रूप से कार्य (आदर्श) पर केंद्रित करते हैं।

व्यायाम आपको तेज स्मृति और सोच प्रदान करने में मदद कर सकता है: यह हृदय गति को बढ़ाता है, जो मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन पंप करता है।

व्यायाम हार्मोन को रिलीज करने में मदद करता है जो मस्तिष्क की कोशिकाओं के विकास के लिए एक उत्कृष्ट वातावरण प्रदान करता है। व्यायाम मस्तिष्क के कई महत्वपूर्ण कॉर्टिकल क्षेत्रों में कोशिकाओं के बीच नए कनेक्शन के विकास को उत्तेजित करके मस्तिष्क की प्लास्टिसिटी को भी बढ़ावा देता है।

खुद को आसान बनाए

अक्सर हम सभी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में इतने उलझे हुए हैं कि खुद के लिए या अपनी वास्तव ख़ुशी के लिए हमारे पास समय ही नहीं बचता। हम यह नहीं कह रहे कि आप काम न करें बल्कि आप हर काम को इतना स्मार्ट और सूक्ष्म बना दें कि हर काम सलरता से हो जाए और आपका मस्तिष्क खुद ब खुद आपके लिए समय निकाल सके। इसके लिए आपको अपने घर, अपनी किचन, अपने दफ्तर में कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना होगा।

उदाहरण के तौर पर अगर आप दफ्तर में हैं तो कोशिश कीजिये अपने डेस्क को साफ़ रखें, अपने डेस्क पर हो सके तो कोई खुशबूदार छोटा सा पौधा रखें जैसे लैवेंडर या निम्बू, सबसे जरुरी और एहम कामों की सूचना बना कर एक नोटपैड पर लिखे और पहले उन्ही कामों को पूरा करें, दिन में तीन से चार बार 5-5 मिनट की ब्रेक लेते रहें और कुछ अच्छा सा म्यूजिक सुनें।

अगर आप एक ग्रहणी हैं तो आप पूरे दिन का टाइम टेबल बनाएं, अपने खाने का एक निश्चित समय रखें और बच्चों के लिए दिन में अलग से समय निश्चित करें, किचन के काम करते वक़्त साथ में हल्का सा म्यूजिक सुन सकती हैं। इससे आपका मस्तिष्क आपके काम को आनंदनायी बनाएगा। फालतू की गॉसिप से बचें और हर दिन एक लक्ष्य बनाएं कुछ नया करने का और सीखने का। इससे आपको एक आम ग्रहणी होने पर भी गर्व होगा।

अंतिम शब्द

इस लेख के माध्यम से आपने जाना की किस तरह से आप अपने मस्तिष्क को तेज़ कर सकते हैं अर्थात अपनी मेमोरी पावर को बढ़ा सकते हैं। लेख से सम्बंधित किसी प्रकार की कोई समस्या, सुझाव या शिकायत हो तब निचे कमेंट करके हमें अवश्य बतलायें, धन्यवाद।

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