ज़ीका वायरस क्या है? इसके लक्षण और इससे कैसे बचें

आजकल समाचार पत्र हो या फिर टी.वी चैनल के माध्यम से आपने सुना या पढ़ा होगा की कोरोना वायरस के बाद एक नए वायरस का नाम भारत मे सामने आ रहा है जो है ज़ीका वायरस। हाल ही में भारत के केरल राज्य में ज़ीका वायरस नाम से नया वायरस सामने आया है, तो क्या है ये ज़ीका वायरस और कैसे आप इस वायरस से खुद का बचाव करेंगे? इसकी पूरी जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी।

ज़ीका वायरस क्या है?

इस वायरस को फैलाने में मुख्य रूप से मच्छर के एक प्रज्जती जिम्मेवार हैं और इस मच्छर के प्रजाति को एडीज़ नाम से जाना जाता है।

यह वायरस मुख्य रूप से संक्रमित मच्छरों के काटने से इंसानो के बीच फैलता है, तो यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि इस वायरस के फैलाव के कारण हैं मच्छर और मच्छरों के पनपने का एकमात्र कारण है गंदगी। ज़्यादातर लोगों में यह संक्रमण बहुत कम मात्रा में पाई जाती है और यह कोरोना वायरस या अन्य किसी वायरस की तरह ज़्यादा घातक नहीं होता है।

ज़ीका वायरस क्या है? इसके लक्षण और इससे कैसे बचें
सांकेतिक पिक्चर

पर यहां सतर्कता की जरूरत तो तब पड़ती है जब यह मच्छर गर्भवरी महिलाओं को काटता है और मुख्यता यह गर्भवती महिलाओं के लिए ज़्यादा नुक्सानदेही साबित हो सकता है। केवल यही नही ऐसी इस वायरस से संक्रमित महिलाओं के बच्चों के शरीर मे कोई न कोई दोष पाया जा सकता है।

ज़ीका वायरस का भारत मे मिलना यह इस बात की गारंटी नही देता की इस बीमारी की शुरआत यहां भारत मे हुई बल्कि यह वायरस UK, South and Central America, Caribbean, Africa और South तथा South-East Asia के कुछ हिस्सों में पाया जाता रहा है। अगर आप ऐसे किसी क्षेत्र में घूमने का विचार कर रहें है तब सबसे पहले अपने डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर ले लें।

ज़ीका वायरस का इतिहास

इस वायरस की पहली बार खोज वर्ष 19247 में हुई थी और इस वायरस का नाम यूगांडा इस्तिथ एक ज़ीका जंगल के नाम पर पड़ा। वर्ष 1952 में सबसे पहली बार यह वायरस मानवीय शरीर मे पाया गया था और तब से लेकर आज तक यह वायरस अफ्रीका, दक्षिण-पूर्वी ऐसा और दुनिया के अन्य हिस्सों में पाया जाने लगा और अब कुछ केस भारत मे भी इसके देखने को मिले हैं।

वर्ष 2007 तक इस वायरस के कुल 14 केस ही मिले थे और यह भी संभव हो कि और भी केस मील हो पर उसकी जानकारी Officially मौजूद न की गई।

ज़ीका वायरस क्यों खतरनाक है?

ज़ीका संक्रमण मुख्य रूप से गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक माना जाता है, क्योंकि यह उनके द्वारा उनके भूर्ण में स्थानांतरित होता है जो कि Microcephaly नामक मस्तिष्क से जुड़े रोग का कारण बनता है। इस रोग में बच्चे मस्तिष्क आम बच्चों के मस्तिष्क के तुलनात्मक में छोटा हॉट है। केवल यही नहीं यह अन्य समस्याओं को भी कारण बन सकता है जैसे गर्भपात और अन्य बच्चों के जन्म से जुड़ी कुछ कमियां।

ज़ीका वायरस के लक्षण

इस वायरस से संक्रमित कुछ मरीजों में या तो कोई लक्षण नही दिखाई देते या फिर कुछ में ऐसे लक्षण दिखाई देते भी हैं तब वो काफी कम मात्रा में होते हैं, और अगर आपको कोई लक्षण इसमे दिखाई दे तब यह मुश्किल से 2 से 7 दिनों तक ही होता है।

  • शरीर मे खुजली
  • बुखार, सरदर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • जोड़ो का दर्द (मुख्य रूप से हाथ और पैर के जोड़ो पर)
  • आंखों का लाल होना
  • आखों में दर्द
  • कमर के पिछले भाग में दर्द

ज़ीका वायरस कैसे फैलता है?

ज़ीका वायरस क्या है? इसके लक्षण और इससे कैसे बचें
घर के आस पास की गन्दगी

ज़ीका वायरस के फैलाव के नीचे दिए गए तीन कारणों में से कोई एक हो सकता है।

  • मच्छरों के काटने से
  • संक्रमित व्यक्ति से सेक्स अथवा संभोग से
  • गर्भवती महिला से उसके पेट मे पल रहे भ्रूण में

कैसे बचें ज़ीका वायरस से?

आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि ज़ीका वायरस के रोकथाम के लिए अभी तक नाही कोई दवाई बनाई गई है और नाही कोई वैक्सीन। ज़ीका वायरस के रोकथाम की केवल एक ही दवाई है और वो है सावधानी, अपने और अपने परिवारों का ज़ीका वायरस से संक्रमित मच्छरों से बचाकर।

ज़ीका वायरस से रोकथाम के तरीके

  • ऐसे कपड़े पहने जो आपके शरीर के पूरेहिस्से को अच्छी तरह से ढक दें।
  • आप EPA(Enviromental Protection Agency) द्वारा प्रामाणित Insect Repellents का उपयोग कर सकते हैं( अधिक जानकर के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें)।
  • ज़ीका वायरस के लिए एडीज़ मच्छर जिम्मेवार माने गए हैं इसलिए यह कोसिस करें कि अपने कार्यस्थल, विद्यालय, और घरों के आस पास किसी भी प्रकार के मच्छरों को पनपने ही न दें। इसके प्रजनन को रोकथाम के लिए आस पास जल जमाव होने से बचे, और कोसिस करें जितना हो सकें उतना आस पास साफ-सफाई बनाये रखें।
  • ऐसे कमरे में रहने की कोशिश करें जिसके खिड़की और दरवाजों में मच्छरों को रोकने के लिए जालियां लगी हो।
  • आप उन सारे तरीकों को आजमाएं जिससे मच्छर आपके घर बाहर ही रहें।
  • मच्छरदानी में सोना एक अच्छा विकल्प आपके लिए होगा।
  • बच्चे को हमेशा Mosquito नेट के अंदर ही सुलाने की कोशिश करें।
  • अगर कोई ज़ीका वायरस से ग्रसित है है संभोग के वक़्त कंडोम का इस्तेमाल करें या फिर ऐसी इस्तिथि में संभोग से बचें।

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अगर आपको ज़ीका वायरस हो जाए तब क्या करें?

ज़ीका वायरस से संक्रमण का पता चलने पर आप जल्द से जल्द अपना उपचार किसी अच्छे डॉक्टर या एक्सपर्ट से करवाएं, और साथ ही साथ आप इस दौरान इन उपायों को फॉलो करें ताकि आप जल्द से जल्द इस संक्रमण से मुक्त हो सकें:

  • जितना संभव हो उतना अपने शरीर को आराम दें।
  • तरल पदार्थ जैसे पानी का सेवन लगातार करते रहें जिससे आप का शरीर निर्जलीकरण होने से बचे।
  • बगैर डॉक्टर के सलाह के अपने इच्छा अनुसार कोई भी दवाई न लें।
  • अगर आप किसी और बीमारी से जुड़ी दावा ले रहे हैं तब इस बारे में अपने डॉक्टर को अवश्य जानकारी दें।

ज़ीका वायरस से कैसे निदान पाएं

ज़ीका वायरस के निदान आप ऑनलाइन ढूंढे के बजाय आप अपने नजदीकी डॉक्टर अथवा एक्सपर्ट से जल्द से जल्द संपर्क करके करें।

भारत मे ज़ीका वायरस

Update 01/08/2021: केरल के बाद अब महाराष्ट्र में ज़ीका वायरस का केस एक 50 वर्षीय महिला में पाया गया है, खुशी की बात यह है कि वह महिला अब ज़ीका वायरस के इन्फेक्शन से सुरक्षित है और महिला के घर वालो में ज़ीका वायरस का किसी प्रकार का कोई लक्षण नहीं पाया गया।

आपने क्या जाना?

इस लेख में आपको ज़ीका वायरस से जुडी वो सभी जानकारी देने की कोशिश की गयी, जिसकी जानकारी होने आपके लिए अति आवश्यक था। ऊपर दिए गए जानकारी के बदौलत आप ज़ीका वायरस से खुद का बचाओ कर सकते हैं और अपने आस-पास और समाज में जागरूकता भी फैलो सकते है। इस लेख के सन्दर्भ मे आप कुछ कहना चाहते हो तब निचे कमेंट कर अपनी राय दे सकते हैं, लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद।

FAQ’s

Q: ज़ीका वायरस क्या है?

Ans: जीका वायरस एक तरह की बिमारी है जो एडीज़ नामक मच्चर के काटने पर फैलती है।

Q: ज़ीका वायरस से कैसे बचें?

Ans: ज़ीका वायरस से बचने का सबसे कारगर तरीका है साफ़-सफाई, अपने घर, कार्यस्थल अथवा विद्यालय के आस पास गंदगी फैलने से रोंके।

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